खिरकिया । नगर परिषद खिरकिया मे सहायक ग्रेड 3 पर पदस्थ कर्मचारी मनीष निकुम ने जहर खाकर आत्म हत्या का प्रयास किया था जिसे परिजनों द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था जहां से उसे हरदा जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था उपचार के दौरान रात्रि में उसकी मौत हो गई। जब इस संबंध उसके परिजनों से बात की गई तो उन्होंने मीडिया को बताया था कि मनीष निकुम को 5 माह से वेतन नहीं मिला था जिससे परेशान होकर उसने जहर खा लिया। सूत्रों की मिली जानकारी के अनुसार ज्ञात हुआ कि मनीष निकुम की पारिवारिक आर्थिक स्थिति कमजोर थी उसके द्वारा ब्याज से पैसे लिए गए थे सूत्रों से ज्ञात हुआ कि मनीष निकुम की पत्नी भी अपने मायके से ससुराल नहीं आई थी जिससे भी वह परेशान था। इस संबंध में नगर परिषद मुख्य अधिकारी राकेश मिश्रा से जानकारी ली गई तो उनके द्वारा बताया गया कि मनीष निकुम करीब तीन माह से भोपाल नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती था उसका मेडिकल भी लगा हुआ है मामला वेतन रोकने का नहीं है शासन के नियमानुसार नगर परिषद की चुंगी मिलने के बाद ही कर्मचारियों की पेमेंट की जाती है उसकी पेमेंट भी डलने वाली थी अब सवाल यह उठता है कि मनीष निकुम द्वारा किस-किस से ब्याज से पैसे लिए गए थे जिसके मोबाइल फोन की कॉल डिटेल निकालकर पूर्ण रूप से जांच की जाना आवश्यक है जिसको लेकर नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है ।