खिरकिया। शहर कांग्रेस आशुतोष कोठारी के नेतृत्व में बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हे याद किया। इस अवसर पर कोठारी ने कहा की हमारा सौभाग्य है की हम आज एसे महात्मा तुल्य महापुरुष की जयंती मनाने के लिए एकत्रित हुए है । बाबा साहब ने कहा था मैं मूर्तियों में नही किताबों में हूं मुझे पूजने नही पड़ने की जरूरत है । उन्होंने यह भी कहा तुम्हारी मुक्ति का मार्ग धर्मशास्त्र व मन्दिर नहीं है बल्कि तुम्हारा उद्धार उच्च शिक्षा, व्यवसायी बनाने वाले रोजगार तथा उच्च आचरण व नैतिकता में निहित बाबा साहब द्वारा निर्मित संविधान की ही ताकत है की हम यहां उन्हे याद करने के लिए एकत्रित हुए जब उनके द्वारा लिखे संविधान को अंगीकृत कर लिया गया और उन्हें संविधान पर बोलने के लिए बुलाया गया तो उन्होंने कहा था की मैं यहां संविधान की अच्छाई गिनाने नही जाऊंगा क्योंकि मुझे लगता है की संविधान कितना ही अच्छा क्यों न हो वह अंततः बुरा ही साबित होगा अगर उसे इस्तेमाल में लाने वाले लोग बुरे होंगे ।और संविधान कितना ही बुरा क्यों न हो वह अंततः अच्छा ही साबित होगा अगर उसको इस्तेमाल में लाने वाले लोग अच्छे होंगे । भारत का संविधान सामान्य ,स्वतंत्रता, बंधुता,और लोकतंत्र की बुनियाद पर टिका है। इस अवसर पर जिला प्रवक्ता असलम पठान बंटी वर्मा प्रशांत गोर प्रवीण पाटिल सुनील छंचार आनंद माझी सुमित ओनकर मुरली ओनकर लोकेश और अन्य कांग्रेसजन उपस्थित थे।