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कलेक्टर आदित्य सिंह की पहल, मध्यान्ह भोजन से पहले धोयेंगे हाथ, और भोजन के बाद माजेंगे दांत,

देश में सबसे पहले हरदा जिले में शुरू होगा ‘‘टूथब्रशिंग पर्यवेक्षण कार्यक्रम’

हरदा। हरदा जिले के सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत 5 से 10 वर्ष की आयु के बच्चों में दांत साफ करने के लिये टूथ ब्रशिंग की आदत डालने के उद्देश्य से ‘‘टूथब्रशिंग पर्यवेक्षण कार्यक्रम’’ प्रारम्भ किया जा रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत इस कार्यक्रम के लिये देश में सर्वप्रथम हरदा जिले का चयन किया गया है। जिला पंचायत के सभाकक्ष में बुधवार को आयोजित बैठक में कलेक्टर आदित्य सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य व शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की मुख्य जिम्मेदारी रहेगी। उन्होने कहा कि अगले 6 माह में जिले के प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले 26523 बच्चों का तीन बार ओरल हेल्थ चेकअप किया जाएगा। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग संजय त्रिपाठी, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी बलवंत पटेल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एच.पी. सिंह के अलावा जनपद पंचायतों के सीईओ, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी सहित अन्य संबंधित विभागों के जिला अधिकारी भी मौजूद थे।
राष्ट्रीय स्वास्थ मिशन भोपाल की डॉ. प्रतिभा अहिरवार ने बैठक में ‘‘टूथब्रशिंग पर्यवेक्षण कार्यक्रम’’ के संबंध में जिले के अधिकारियों को विस्तार से समझाया। उन्होने बताया कि अगले 6 महीनों में 5 से 10 वर्ष आयु वर्ग के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को मध्यान्ह भोजन से पहले हाथ धोने के साथ-साथ मध्यान्ह भोजन के बाद टूथ ब्रश नियमित रूप से करने के महत्व के बारे में बताकर नियमित रूप से टूथ ब्रश करने की आदत विकसित की जाएगी। उन्होने कहा कि बच्चे नियमित रूप से दांत साफ नहीं करते है तो उनके दांतों में दंत क्षय होने लगता है। बचपन में ही दांतों में खराबी आने और दांतों में दर्द रहने के कारण बच्चा कई तरह की पौष्टिक खाद्य सामग्री नहीं खा पाता है। इससे बच्चे के पोषण स्तर पर भी दुष्प्रभाव पड़ता है।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सिंह ने बताया कि सरकारी स्कूलों में बच्चों को ओरल हेल्थ किट वितरित की जाएगी और स्कूल समय में मध्यान्ह भोजन के बाद टूथ पेस्ट व टूथ ब्रश का उपयोग करने का अभ्यास कराया जाएगा ताकि उनमें टूथब्रशिंग की नियमित आदत विकसित हो सके। इससे बच्चों के बीच दंत क्षय और मसूड़ों की बीमारियों में कमी आएगी। उन्होने बताया कि शहरी क्षेत्र में दंत चिकित्सक डॉ. पियूष दोगने और निकिता माहेश्वरी इस अभियान की मॉनिटरिंग करेंगे जबकि ग्रामीण क्षेत्र में 60 सामूदायिक स्वास्थ्य अधिकारी बच्चों में टूथ ब्रशिंग की आदत की मॉनिटरिंग करेंगे। बैठक में बताया गया कि जिले में कुल 530 प्राथमिक स्कूलों में 5 से 10 वर्ष तक की आयु के लगभग 26523 बच्चे अध्ययनरत है, जिनमें टिमरनी विकासखण्ड के 9422, हरदा विकासखण्ड के 8350 और खिरकिया विकासखण्ड के 8751 विद्यार्थी शामिल है। ये सभी बच्चे ‘‘टूथब्रशिंग पर्यवेक्षण कार्यक्रम’’ में शामिल किये जायेंगे।

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