खिरकिया। नगर पालिका मानसून आने के पहले पानी ही पानी टंकियों और फिल्टर प्लांट को खाली कर उनकी सफाई करवा रही है। फिल्टर प्लांट पर सफाई करने के बाद टंकियों की सफाई की गई। दिन रविवार को आंधी तूफान आने के कारण फिल्टर प्लांट बिजली व्यवस्था सुचारू रूप से प्रभावित हो चुकी थी। जिसके चलते नगर में पानी की सप्लाई नहीं हो सकीं। इसके चलते नगर पालिका के अफसरों ने जनता से संयम रखने की अपील की है।
बता दें कि जिले में 15 जून तक मानसून आता है। इस बार की संभावना को देखते हुए नपा जलप्रदाय से संबंधित सभी संयंत्र, फिल्टर प्लांट और टंकी की साफ-सफाई करवा रही है। सीएमओ राकेश मिश्रा ने बताया कि अगले माह मानसून दस्तक दे सकता है। इसे देखते हुए जलप्रदाय में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं आए इसके चलते नपा अभी कमर कस कर तैयारियों में जुट गई है।
वहीं कुछ जगह से पानी में दुर्गंध आने की शिकायत भी मिल रही थी। इससे फिल्टर प्लांट और टंकियों की सफाई शुरू की गई। फिल्टर प्लांट की सफाई करने के साथ ही संयंत्रों की मरम्मत की जा चुकी है। शहर में जिन 9 टंकियों से जल प्रदाय किया जाता है, उनकी सफाई भी की जा रही है, ताकि जनता को शुद्ध जल मिले।
सफाई के चलते कुछ देर मटमैला पानी आ सकता है
सीएमओ राकेश मिश्रा ने बताया कि टंकियों की सफाई के दौरान सभी टंकियों को खाली कर धोया जा रहा है। जिसकी वजह से नगर के कुछ हिस्सों में 6 से 7 घंटे देरी से जल वितरण हो सकता है। इसके अलावा टंकी की सफाई होने से पानी सप्लाई में मिट्टी वाला पानी आ सकता है क्योंकि टंकी में जमा मिट्टी पाइप में चले जाने से सफाई के बाद होने वाली सप्लाई में मटमैला पानी आ सकता है। हम जनता से अपील करते हैं कि जलप्रदाय के मेंटेनेंस को देखते हुए असुविधा हो सकती है। नगर पालिका को सहयोग करें।हमारे पास जल वितरण के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध है।हमारी जलप्रदाय टीम इसके लिए सजग है।
पीएचई से करवाते हैं टेस्टिंग
नगर पालिका फिल्टर प्लांट पर पानी को साफ करने के बाद टंकियों के माध्यम से जल प्रदाय करती है। पानी की शुद्धता की जांच के लिए हर माह की 1 तारीख को पीएचई से पानी की टेस्टिंग कराई जाती है। फिल्टर प्लांट में लैब भी बनी थी, जिससे पानी की जांच वहीं की जा सके।
लगभग 6 माह में होती है पूरे टैंक की साफ सफाई
नगर परिषद मुख्य अधिकारी ने बताया कि प्रतिदिन पानी में ब्लीचिंग और एलम पाउडर डलता है वह इकट्ठा हो जाता है जिससे मटमैला पानी आ जाता है लगभग 6 माह में पूरे टैंक की साफ सफाई की जाती है।