खिरकिया। गरीबो को सस्ता राशन उपलब्ध कराने के लिये शासन की ओर से राष्ट्रीय खाद्यान योजना शुरू की गई हैं बीपीएल श्रेणी के पात्रता रखने वाले हितग्राहियो को अलग-अलग योजना के तहत सस्ते दरो पर चावल, शक्कर मिटटी का तेल प्रदान किया जा रहा हैं। इसका मुख्य उददेश्य गरीबो को भर पेट भेाजन उपलब्ध कराना हैं पीडीएस, चावल की काला बजारी का खेल नगरीय क्षेत्र सहित गांवो में भी चल रहा है। कई व्यापारी गरीबो से चावल खरीद रहें है। बीपीएल परिवारो को जहाॅ 1 रूपया किलो चावल मिल रहा हैं। इस चावल को कई परिवारो के लोग व्यापारियो के हाथो 15 से 18 रूपये किलो बेच रहे हैें। मिली जानकारी के अनुसार नगरीय क्षेत्र के एक प्रतिष्ठित व्यापारी द्वारा सरकारी चावल गरीबो से खरीदा जा रहा है इसकी जानकारी भी संबंधित खाध अधिकारी को भी हैं शिकायत मिलने पर लेन देन कर मामले को रफादफा कर देते हैं। यह खेल खाध अधिकारी के संरक्षण में भी चल रहा हैं।
अपात्र लोग सीधे व्यापारीयो को बेच रहे चावल
क्षेत्र के जागरूक लोगो ने बताया कि गांवो की राशन दुकानो में एक रूपये किलो मे खरीदने के बाद उसे राशन दुकान फड लगाकर बैठे व्यापारी व घर ले जाकर किरानो दुकानो सहित अन्य जगह पर बिचैलियो को बेच रहे हैं। बिचैलियो अन्य जगह उंची किमत चावल को खपा रहे है। ऐसे मे योजनाओ के औचित्य पर ही सवाल उठने लगा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कई ऐसे अपात्र हितग्राही हैं जो सीधे व्यापारीयो को बेच रहे हैं।
सिर्फ नाम की है निगरानी समिति
शासन के आदेश पर सभी राशन दुकानो मे निगरानी समिति बना दी गई है। इसमे सरपंच पंच के अलावा बस्ती के गणमान्य नागरीको को शामिल किया गया हैं। समय समय पर वे दुकानो मे पहुॅच कर स्टाॅक मिलान, रजिस्टर आदि की पडताल किया जाना हैं, लेकिन निगरानी नही हो पा रही। शायद यह भी एक वजह है कि खाद्य सामग्री की काला बाजारी को बढावा मिल रहा हैं।
रात्रि में भर रहे गाडी
आपको बता दे उपभोक्ताओ से औने पौने दामो में सरकारी चावल खरीदकर स्टाॅक करने के बाद रात्रि में पीकअप आईशर भरकर अन्य जगहो पर ले जाकर अधिक दामो में बेच देते है। कालाबजारी का खेल में जमकर चल रहा है। सुत्रो से मिली जानकारी के अनुसार नगर के प्रतिष्ठित व्यापारीयो के गोडाउन की जांच की जाये तो अधिक मात्रा में चावल की कटटी मिल सकती है।
इनका कहना
आपके द्वारा मामला संज्ञान मे आया है जांच कर नियम विरूध्द कार्यवाही की जायगी।
अशोक कुमार डहेरिया एसडीएम खिरकिया।