हरदा । खिरकिया कृषि उपज मंडी में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर भारतीय किसान संघ ने मंडी सचिव रमेश धुर्वे का घेराव किया। किसान संघ के तहसील अध्यक्ष रूपसिंह राजपूत ने आरोप लगाया कि मंडी में किसानों के साथ लूट और अनियमितताओं का दौर चल रहा है। उन्होंने व्यापारियों पर किसानों के हितों की अनदेखी करने के साथ ही मंडी सचिव पर भी इन अनियमितताओं को बढ़ावा देने के गंभीर आरोप लगाये बताया गया कि खिरकिया मंडी में किसानों की उपज को कच्ची पर्चियों पर खरीदा जाता है और वजन कांटे पर पहुंचने के बाद मल्हार लगाकर 100 से ₹200 प्रति क्विंटल भाव काम कर दिए जाते हैं जिससे किसानों और व्यापारियों में झगड़े की नौबत आ जाती है जिसके फल स्वरुप किसानों को प्रतिदिन मंडी से लाखों रुपए का नुकसान होता है। ऐसी अव्यवस्थाओं के कारण मंडी में कई बार किसानों और व्यापारियों के बीच विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
किसान संघ के अध्यक्ष रूप सिंह राजपूत ने बताया कि नीलामी को लेकर लगातार किसानो की शिकायत आ रही थी इसी को लेकर भारतीय किसान संघ तह अध्यक्ष रूपसिंह राजपुत तह सह मंत्री मनोज विश्नोई सहित किसान संघ के साथीगण मक्का शेड पर पहुचे आपको बता दे अधिकांश कृषि उपज मंडी में ग्राम दामजीपुरा भीमपुर खालवा बनवासी क्षैत्र के किसान आते है और यहा उनके साथ मंडी नीलामी मे लुट का शिकार होकर बैभाव बैचकर चले जाते है किसानो से चर्चा हुई जिसमे देखा गया की अच्छा और हल्का माल सभी होमलाट 2120,से 2175 तक बैचा गया है इसका हमने विरोध किया और नीलामी होते देखा गया। जहा नीलाम प्रभारी मौजूद नही थे इसी को लेकर हम लोगो ने मंडी सचिव एव नीलाम प्रभारी को बाताया उनके सामने सभी किसानो से चर्चा की किसानो ने बताया कि हमारा अनाज अलग अलग बिकना चाहिए जो माल अच्छा है वह 2150 बीका है अगर अलग से भाव होता तो 2200 तक बिक जाता किसानों की मांगों को लेकर किसान संघ ने सभी किसानो का माल अलग-अलग भाव कराया जिसमें सभी को 20 रू से 50 रू तक का भाव मे लाभ हुआ। किसानों ने किसान संघ को धन्यवाद दिया। मिडिया प्रभारी दयाराम आमे ने बताया कि माडल रेट पर 2 से 4 ट्राली बैच देते है बाद मे अधिकतर 3500 से 4000 रूपए बिकती है सभी की मिली भगत से मंडी चल रही है इसकी भारतीय किसान संघ घोर निंदा करता है।
इनका कहना
आज कलेक्टर साहब का दौर था हम व्यवस्थाओं में लगे थे मैं मंडी प्रांगण का दौरा समय-समय पर करते रहता हूं मुझ पर लगाय जा रहे आरोप निराधार है।
रमेश धुर्वे, सचिव कृषि उपज मंडी खिरकिया।
व्यापारी द्वारा 12:30 को नीलाम बंद कर दिया गया जिसको चालू करवाने के लिए सोयाबीन शेड में गया था। वह पहुंचकर व्यापरियों से चर्चा कर नीलामी कार्य पुनः चालू कराया जेसे ही किसान संघ का फोन आया वेसे में तुरंत सोयाबीन शेड मक्का शेड में पहुच गया किसान संघ के कहने पर कृषक का अलग अलग मक्का का नीलाम कराया गया। कर्मचारियों की कमी के कारण मुझे तीनों जगह का नीलामी कार्य देखना पड़ रहा है इधर से उधर शैडो पर जाना पड़ता है मंडी सचिव अपने कार्यालय छोड़कर नीलाम शेड में कभी नहीं आते और प्रांगण प्रभारी भी मौजूद नहीं रहते हैं जिससे किसान परेशान होता है।
अशोक राजपूत नीलामी प्रभारी खिरकिया ।