हरदा । विश्व रेडियोग्राफर दिवस 8 नवम्बर को सर विलियम कोनार्ड रोंटजन के जन्म दिवस पर मनाया जाता है, W.C. रोंटजन द्वारा x-ray का अविष्कार, 8 नवम्बर 1895 को किया गया था, विदिशा के माधव राव सिंधिया जिला चिकित्सालय में भी इस अवसर पर रेडियोग्राफर श्री के.के.नाथ, श्रीमती मंजू मर्सकोले, श्री राहुल किरार, श्री अरविंद प्रजापति, कुमारी मुस्कान ठाकुर, डार्करूम असिस्टेंट श्री महेश राय, श्री रवि मालवीय तथा सीटी स्कैन विभाग से भानु, कोमल, विक्की, मोनिका द्वारा सर विलियम कोनार्ड रोंटजन की तस्वीर पर पुष्प माला अर्पित कर विश्व रेडियोग्राफर दिवस मनाया गया । साथ ही जिला क्षयरोग विभाग में पदस्थ के.के.नाथ द्वारा जानकारी साझा की गई कि आजकल चिकित्सा परीक्षणों में X-ray का उपयोग सामान्य हो गया है, लेकिन इसके अत्यधिक या गलत उपयोग से स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव भी पड़ सकते हैं। X-ray एक प्रकार की आयनित रेडियेशन होती है, जो शरीर में प्रवेश करके कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकती है, जो कि कैंसर का कारण बन सकती है। गर्भवती महिलाओं के लिए रेडियेशन का संपर्क विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है। रेडियेशन भ्रूण के विकास में विघ्न डाल सकता है, जिससे गर्भपात, जन्म दोष, या विकास संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसीलिए गर्भवती महिलाओं को रेडियेशन से बचने की सलाह दी जाती है। उच्च मात्रा में रेडियेशन से त्वचा पर जलन, लालपन, और घाव हो सकते हैं। खासकर यदि व्यक्ति को लगातार रेडियेशन का सामना करना पड़े। पुरुषों में यह शुक्राणुओं की गुणवत्ता को घटा सकता है, और महिलाओं में यह अंडाणुओं को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे गर्भधारण में कठिनाई हो सकती है। रक्त संबंधी समस्याएं जैसे एनीमिया, ल्यूकेमिया (रक्त कैंसर) और अन्य रक्त संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। दीर्घकालिक संपर्क, डियोलॉजिकल प्रयोगशालाओं में काम करने वाले व्यक्ति, को दिल की बीमारियों, थायरॉयड रोग, और अन्य विकारों का खतरा हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, X-ray का उपयोग केवल चिकित्सकीय आवश्यकतानुसार और सीमित मात्रा में करना चाहिए। इसके अतिरिक्त, X-ray परीक्षण से पहले हमेशा चिकित्सक से सलाह लें और केवल आवश्यक होने पर ही इसका उपयोग करें। सामान्य चोट या मोच पर मन की तसल्ली हेतु x-ray न कराये। बहुतायत देखा जा रहा है कि निजी एवं शासकीय चिकित्सालय में आयुष्मान योजना, BPL योजना से x-ray एवं सीटी स्कैन की सेवा फ्री उपलब्ध है इसलिए मरीज थोड़ी तकलीफ़ को बढ़ा चढ़ाकर चिकित्सक को बताते हैं जिससे x-ray कराया जा सके किंतु वे इनके दुष्प्रभावों से अनभिज्ञ होते हैं। लोगो मे रेडियेशन के प्रति जागरूकता लाना हमारा कर्तव्य है। शासन अपने स्तर पर लोगो को रेडियेशन के प्रति जागरूक कर रही है और हम सभी को इस मुहीम में हर स्तर पर लोगो को जागरूक करने की आवश्यकता है। जिला अस्पताल में पदस्त अरविंद प्रजापति एवं राहुल किरार ने शासन के समक्ष अपनी मांग रखते हुए कहा कि रेडियेशन में कार्यरत कर्मचारियों का क्षतिपूर्ति भत्ता रु 50 से बढ़ाकर बेसिक सैलरी का 50% करे जिससे रेडिएशन के कारण होने वाली क्षति की प्रतिपूर्ति की जा सके सन 1996 से रेडियोग्राफर को जोखिम भत्ता केवल रू 50 दिया जा रहा है शासन को इसे तत्काल बढ़ाना चाहिए। श्रीमती मंजू मर्सकोले और कुमारी मुस्कान ने शासन से मांग करते हुए कहा कि हर चिकित्सालय में रेडियेशन प्रोटेक्शन हेतु आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराए। जिससे x-ray में कार्यरत रेडियोग्राफर को रेडियेशन से बचाया जा सके।